देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं। भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।। हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥ अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ https://shiv-chalisa-lyrics-in-hi39058.tkzblog.com/29644517/considerations-to-know-about-shiv-chalisa-lyrics-in-punjabi